चाणक्य के दिये कुछ अनमोल, सच्ची और दार्शनिक बातों की चर्चा हम कर रहे हैं।जो शायद हमारी जरूरत भी है और मार्गदर्शक भी। उन्होंने लोगों को लगाव की वजह से उम्मीदें और उम्मीदों की वजह से उतपन्न चिंता से घिरे देखा और उससे बचने के उपाय के तौर पर कहा था कि..."लगाव...